|
पुरस्कार |
|
|
|
सरकार नागरिकों से एकत्र किए गए कर की मदद से कार्य करती है। कर उदग्रहण एक ऐसी प्रणाली है, जिसे जनता द्वारा आमतौर पर पसंद नहीं किया जाता है। अत: करापवंचन एक ऐसा क्षेत्र है जहॉं पर सरकार को राजस्व की क्षति उठानी पड़ती है। करापवंचन का पता करने हेतु सरकार ने उन लोगों के लिए पुरस्कार योजना बनायी है जो इस कार्य में मददगार होते हैं। सीमा शुल्क अपवंचन/धोखाधडी का पता लगाने में जो लोग मददगार होते हैं, उनके लिए निम्नलिखित दिशा निर्देश हैं।
माल का अधिग्रहण,सोना, चांदी जैसी बहुमूल्य धातुएं जिसकी मात्रा, विवरण और मूल्य की गलत घोशणा की गई है तथा जिसके कारण करापवंचन का पता लगता है, ऐसी सूचना देने वाले मुखबिरों को भारत सरकार उदारतापूर्वक पुरस्कार प्रदान करती है। जनता अथवा किसी व्यक्ति द्वारा कपटपूर्ण ढंग से करापवंचन की सूचना प्रकाष में आती है, तो विभागीय अधिकारियों द्वारा उस सूचना के आधार पर आगे की और पूछताछ तथा जांच पड़ताल की जाती है, जिसकी परिणति जब्ती और निरोध के रूप मे होती है। इस प्रकार की सूचना मुखबिरों को विभागाध्यक्ष को पत्र के माध्यम से देनी होगी जिस पर मुखबिर के बाएं हाथ के अंगूठे के निषान के साथ हस्ताक्षर भी होगा। इस सूचना में ज्ञात करापवंचन का विवरण यथा– फर्म का नाम तथा पता, करापवंचन का अपनाया गया तरीका, वे व्यक्ति जो करापवंचन के लिए जिम्मेदार हैं तथा अन्य उपयुक्त विवरण शामिल होंगे।
मुखबिरों की अधिकतम पुरस्कार राशि अधिग्रहित निशिद्ध माल की बिक्री अथवा वसूली गई भास्ति एवं दण्ड के साथ अपवंचित शुल्क की राशि का 20% हो सकती है। मुखबिरों को अधिकतम पुरस्कार राशि निम्नानुसार देय होगी– |
|
मुखबिरों के लिये पुरस्कार नीति :–
|
|
माल की जब्ती, सोना–चाँदी जैसी बहुमूल्य धातुएं अथवा जिससे करापवंचना का पता चलता हे, करेंसी, ड्राबैक की धोखाधडी और डीईईसी, डीईपीबी, ईपीसीजी, शुल्क की छूट योजनाओं का दुरुपयोग आदि की जानकारी पूर्व सूचना के आधार पर होती है, तो ऐसी सूचना उपलब्ध कराने वाले मुखबिरों को भारत सरकार मौजूदा पुरुस्कार योजनान्तर्गत उदारतापूर्वक पुरुस्कार प्रदान करती है। मुखबिरों को अधिहरित माल की कीमत तथा वसूली गई भास्ति का अधिकतम 20%
मिल सकता है। |
|
केन्द्र सरकार की पुरुस्कार योजना निम्नलिखित है :– |
|
क्रम.सं. |
वस्तु का नाम |
अधिकतम पुरस्कार राशि
(प्रति कि.ग्रा.) |
1. |
सोना |
रू0 50,000/– |
2. |
चाँदी |
रू0 1,000/– |
3. |
अफीम |
रू0 220/– |
4. |
मार्फिन बेस और इसका नमक |
रू0 8,000/– |
5. |
हेरोइन और इसका नमक |
रू0 20,000/– |
6. |
हशीष |
रू0 400/– |
7. |
हशीष का तेल |
रू0 2,000/– |
8. |
गांजा |
रू0 80/– |
9. |
मैण्ड्रेक्स टैबलेट्स |
रू0 500/– |
|
|
यदि उपयुर्क्त विष य के संबध में आपके पास कोई विषेश सूचना है, तो कृपया वेबसाइट पर सूचीबद्ध सीमा शुल्क विभाग के अधिकारियों से सम्पर्क कर सकते हैं। आपका नाम और परिचय पूर्णत: गोपनीय रखा जाएगा। उपयुर्क्त मामलों में अग्रिम पुरुस्कार स्वीकृती का भी
प्रावधान है।
|
माल की जब्ती, सोना–चाँदी जैसी बहुमूल्य धातुएं जिसकी मात्रा, विवरण ओर मूल्य की गलत घोशणा की गई है तथा जिसके कारण करापवंचन का पता चलता है, ऐसी सूचना देने वाले मुखबिरों को भारत सरकार उदारतापूर्वक पुरुस्कार प्रदान करती है। पुरुस्कार की अधिकतम राशि वस्तुवार प्रति किलोग्राम निम्नानुसार है :–
|
|
|
|
|
क्रम.सं. |
वस्तु का नाम |
पुरस्कार राशि |
1. |
सोना |
रू0 50,000/– |
2. |
चाँदी |
रू0 1,000/– |
3. |
अफीम |
रू0 220/– |
4. |
हेरोइन |
रू0 8,000/– |
5. |
कोकीन |
रू0 20,000/– |
6. |
हशीष |
रू0 400/– |
|
|
|
|
यदि मुखबिरों की सूचना से करापवंचन का पता चलता है, तो मुखबिरों को अपवंचित कर का अधिकतम
20% तथा वसूली गई फाइन/पेनाल्टी का अधिकतम 20% पुरुस्कार के रुप में दिया जा सकता है। यदि आपके पास कोई विषेश सूचना है, तो आप सीमा शुल्क विभाग के किसी भी अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं। आपकी सुविधा हेतु कुछ महत्वपूर्ण पते, टेलीफोन एवं फैक्स नं0 निम्नलिखित हैं। आपका नाम और परिचय पूर्णत: गोपनीय रखा जाएगा। उपयुर्क्त मामलों में अग्रिम पुरुस्कार
स्वीकृती का भी प्रावधान है।
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|
|